आज 15 अगस्त के मौके पर लाल किले से 12वीं बार तिरंगा फहराने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया।
79वें स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर उन्होंने देशवासियों को सिर्फ देशभक्ति का संदेश ही नहीं दिया, बल्कि सेहत से जुड़ा एक बड़ा अलर्ट भी जारी किया—मोटापे से सावधान!
पीएम मोदी ने कहा कि मोटापा अब सिर्फ एक व्यक्तिगत समस्या नहीं, बल्कि देश के लिए संकट बन चुका है।
उन्होंने लोगों से अपनी डाइट सुधारने और खासतौर पर खाने में तेल का इस्तेमाल 10% कम करने की अपील की।
मोटापा — दुनिया में तेजी से फैलता खतरा
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में दुनिया में हर 8 में से 1 व्यक्ति मोटापे की चपेट में था। 1990 के बाद से वयस्कों में मोटापे की दर दोगुना से ज्यादा बढ़ चुकी है।
भारत में भी हालात गंभीर हैं—पीएम मोदी के मुताबिक, हर तीसरा भारतीय अब मोटापे का शिकार है।
क्यों है मोटापा खतरनाक?
मोटापा सिर्फ शरीर के आकार को नहीं बदलता, बल्कि ये आपके दिल, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, हड्डियों और थायरॉइड पर सीधा हमला करता है।
-
दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है
-
हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का रिस्क बढ़ जाता है
-
हड्डियों की कमजोरी और थायरॉइड जैसी समस्याएं हो सकती हैं
तेल — वज़न बढ़ाने का बड़ा दुश्मन
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा,
"अगर तेल का सेवन 10% कम कर दिया जाए, तो मोटापा कम करने की लड़ाई आसान हो जाएगी।"
तेल में मौजूद कैलोरी और फैट वज़न तेजी से बढ़ाते हैं। यही वजह है कि रोजमर्रा के खाने और पैकेज्ड फूड में तेल की मात्रा कम करना ज़रूरी है।
ज्यादा तेल के नुकसान
-
फास्ट फूड और पैकेज्ड स्नैक्स में मौजूद अनहेल्दी फैट वज़न को तेजी से बढ़ाते हैं
-
दिल की बीमारियां, हाई कोलेस्ट्रॉल और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है
-
शरीर में फैट जमा होकर मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देता है